कहानी का नाम: "सियार और खरगोश की चालाकी"
बहुत समय पहले की बात है, एक घना जंगल था। उस जंगल में सभी जानवर खुशी-खुशी रहते थे। एक दिन, एक भूखा सियार जंगल में घूम रहा था और उसे एक नन्हा खरगोश दिखा। सियार के मन में तुरंत चालाकी सूझी और उसने सोचा, "आज तो स्वादिष्ट भोजन मिलेगा।"
सियार ने मुस्कुराकर कहा, "अरे प्यारे खरगोश! जंगल में एक नई नदी आई है, चलो तुम्हें वहां ले चलूं।"
खरगोश समझ गया कि सियार धोखा दे रहा है। उसने तुरंत योजना बनाई। खरगोश ने कहा, "ठीक है, लेकिन रास्ता बहुत लंबा है, क्यों न हम खेलते-खेलते चलें?"
सियार मान गया। खरगोश ने खेल में ऐसा किया कि वह बार-बार झाड़ियों में छुप जाता और सियार को ढूंढने में समय लग जाता। जब सियार थककर बैठ गया, तभी खरगोश तेजी से भागकर अपने बिल में घुस गया। सियार हैरान रह गया और भूखा ही लौट गया।
खरगोश ने अपनी चतुराई से जान बचाई और फिर सभी जानवरों को सियार से सावधान रहने को कहा। सभी जानवर खरगोश की समझदारी की तारीफ करने लगे।
सीख: संकट में धैर्य और बुद्धि से काम लो।
故事的名字: “司曼和兔子的兔子
很多时候,在第一件事之前,有一个茂密的森林。因为森林是幸福-幸福。一个饥饿的司曼在森林里散步,他有很多时间,他说他不能吃饭。“他说,” 他说。
司曼说: “嘿,亲爱的兔子!” 嘿,可爱的兔子!森林里有一条新河,让你带你去。”
兔子明白了,兔子被骗了。他说兔子被骗了。